GA4

पड़खुरी 588 गांव के जहां नवोदय स्कूल की 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने 2 जनवरी को घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

Spread the love

मध्य प्रदेश। एक ऐसा प्रदेश जहां आवासीय विद्यालयों में छात्रों की खुदकुशी का मामला लगातार कई सामनें आ चुके हैं। लेकिन मामा शिवराज का शासन ऐसा है कि बच्चों की आत्महत्याओं का सिलसिला रूक ही नही रहा है। ऐसा ही एक हृदयविदारक मामला सीधी जनपद के 14 साल के छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू की। मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि ‘पापा…कभी गलती हो जाए तो माफ नहीं किया जा सकता क्या। टीचर ने मुझे सबके सामने गंदी- गंदी गालियां दीं। इस घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।



यह घटना पड़खुरी 588 गांव की है। जहां नवोदय स्कूल की 8वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र ने 2 जनवरी को घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। सुसाइड नोट में छात्र ने लिखा कि पिता जी टीचर ने मुझे गंदी- गंदी गालियां दी और जहर या फांसी लगाकर मरने के लिए भी कहा। इसलिए मैं अपनी जान दे रहा हूं, छात्र नें अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि पिताजी यह शिक्षक कई छात्रों की जिंदगी बरबाद कर चुका है। इसे जेल जरूर भिजवाना। फिलहाल आरोपी टीचर को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

इस मामले पर स्कूल प्रिंसिपल डॉ० एसपी दुबे ने बताया कि सुसाइड नोट में जिस टीचर का नाम है। वह टीचर बच्चे को बहुत लगाव रखते थे। उन्होंने बच्चे को हाउस कैप्टन भी बनाया हुआ था। सुसाइड नोट में टीचर के अलावा तीन बच्चों का भी नाम लिखा है, और एक लाइन में पैंसों के लेन- देन का भी जिक्र है। टीचर अजीत पांडे सोशल साइंस पढ़ाते हैं।



आरोपी टीचर अजीत पांडे का कहना है कि बच्चे को 19 दिसंबर को चोरी के आरोप में पकड़ा था। उस पर कुछ बच्चों ने चोरी का आरोप लगाया था कि अमित ने ड्राइंग बॉक्स, कॉपी सहित कुछ रुपये  चुराए थे। जिसकी शिकायत पर जांच की गई तो पता चला कि रुपये व बाकी सामान उसी ने लिए थे। इसके बाद हमने उसके माता- पित को बताया और समझाकर 20 दिसंबर को घर भेज दिया था। वहीं इस मामले पर एसडीओपी चुरहट विवेक कुमार गौतम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अमित की मां ने काफी समझाया कि गलतियां हो जाती हैं, तुम अपना मन खराब ना करो, लेकिन अमित दोस्तों के सामने की गई बेइज्जती भूल नहीं पा रहा था। घटना के 14 दिन बाद उसने फांसी लगा ली। अमित के घर में मां-पिता के अलावा दो भाई और एक बहन हैं। अमित सबसे छोटा था। पिता छत्तीसगढ़ में मिट्टी की ईंट बनाने का काम करते हैं। जब बच्चे की मौत हुई उस समय वह छत्तीसगढ़ में ही थे।



अमित ने डेथ नोट में लिखा…

प्रणाम पिताजी, मेरे को पता है कि आपको बहुत दुख होगा। मैंने यह रास्ता इसलिए अपनाया क्योंकि मैं बहुत गंदा हो चुका था अंदर से। मैं अपनी गंदी आदत को नहीं छुड़ा पाया। मुझे बहुत ज्यादा स्ट्रेस हो गया था। मुझे बार-बार अपने सर (अजीत पांडे) की याद आ रही थी। अच्छा एक बात बताइए कभी गलती हो जाए तो माफ नहीं किया जा सकता। मुझे ऐसा लगता है कि गलती माफ की जा सकती है।

मैं यह सब अजीत पांडे के कहने पर किया था। उस दिन मुझसे गलती हो गई थी, तो उन्होंने मुझे बहुत गंदी- गंदी गाली दी थी। सभी लड़कों को नीचे भेजकर मुझे बहुत बुरा-भला कहा था। मेरे मम्मी-पापा को भिखारी और भी बहुत बुरा-भला कहा। उन्होंने मुझसे कहा कि जहर खाकर मर जा या कहीं जाकर फांसी लगा ले।

मेरे भाई ने हमेशा मुझे सही रास्ता दिखाया। भाई ने मुझे हमेशा अच्छा ही समझाया। मेरी मां भी बहुत भोली है। मेरी गलती के बाद भी उसने मुझे कहा कि गलती तो सबसे हो जाती है। तुम अपना मन खराब मत करो। मेरे बाद पिताजी आप कभी शराब मत पीना। अजीत पांडे ने ना जाने कितनों की जिंदगी बर्बाद कर दी। उसे गिरफ्तार करवा दीजिएगा। प्रिंसिपल और मेरे दोस्त आदित्य, अंशुल, सचिन को भी खबर पहुंचा दीजिएगा। मुझे माफ कर देना पापा।



पिता का आरोप- टीचर ने बच्चों के सामने जलील किया

अमित के पिता आल्हा का​​​​​​ आरोप है कि बेटे से नवोदय स्कूल के टीचर ने मारपीट की और गालियां दी थी। मेरा बेटा परेशान था। अजीत पांडे ने बेटे को सभी बच्चों के सामने जलील किया, इसलिए वह परेशान था। इसलिए उसने ये कदम उठाया। बेटे के फांसी लगाने के बाद परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन का कहना है कि टीचर के बेइज्जत करने के बाद से बेटा तनाव में था।

पुलिस कर रही सुसाइड नोट की जांच

थाना प्रभारी रामपुर नैकिन सुधांशु तिवारी ने बताया कि बच्चे का शव 2 जनवरी को उसके घर पर फंदे पर लटकता मिला। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट की जांच की जा रही है।


Share
error: Content is protected !!