रिटायर्ड हवलदार सड़क पर भूख की वजह से पत्ते खा रहे थे, सूचना पर पहुंची पीआरवी ने बुजुर्ग को सर्दी से बचाव के लिये उन्हें कपड़े पहनाए और परिजनों से मिलवाया।
उत्तर प्रदेश। मेरठ जनपद में कड़ाके की ठंड से ठिठुरते बीएसएफ से सेवानिवृत्त हवलदार को पीआरवी कर्मियों ने बचाया और उनके परिवार से भी मिलवाया। पीआरवी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने पहले बुजुर्ग को कपड़े पहनाए और भोजन कराया। इसके बाद उन्हें परिजनों से मिलवा दिया। पुलिस कर्मियों की इस मानवता की सोशल मीडिया पर जमकर सराहना हो रही है।
भूख की वजह से पत्ते खा रहा था रिटायर्ड हवलदार
मिली जानकारी के अनुसार, पूरा मामला मेरठ के भावनपुर का है, जहां सोमवार को बीएसएफ से रिटायर्ड हवलदार सड़क किनारे ठंड से ठिठुर रहा था। उसके शरीर पर नाम मात्र के कपड़े थे। यही नहीं, भूख की वजह से वह पत्ते खा रहा था। इसकी सूचना पर पहुंची पीआरवी ने बुजुर्ग को सर्दी के सितम से बचाया। पुलिसकर्मियों ने उन्हें कपड़े पहनाए और परिजनों से मिलवाया। बुलंदशहर के खानपुर थाना क्षेत्र के भमरोली गांव निवासी हरदीप सिरोही ने बताया कि उनके पिता सत्येंद्र सिंह फौजी 2002 में बीएसएफ में हवलदार पद से रिटायर हुए थे।
इलाज के लिए मेरठ आया था हवलदार
हरदीप ने बताया कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। नौचंदी क्षेत्र के गढ़ रोड पर एक डॉक्टर से उनका इलाज चल रहा है। 29 दिसंबर को हरदीप अपने पिता को गाड़ी में लेकर मेरठ इलाज के लिए लाए। तभी पिता गाड़ी से निकल गए थे। हरदीप ने बहुत खोजा मगर पिता नहीं मिले। तब हरदीप ने अपने पिता की थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। सोमवार की रात करीब 9 बजे बीएनजी स्कूल के पास गंगानगर मार्ग पर एक बुजुर्ग सड़क पर पत्ते खा रहा था। गुजरते हुए किसी राहगीर ने इस तरह बुजुर्ग को ठिठुरते देखा और कंट्रोल रूम को सूचना दी।
सूचना पर पहुंचे सिपाही सिद्धार्त और कन्हैया
सूचना पर पीआरवी पर मौजूद सिपाही सिद्धार्थ और कन्हैया पहुंचे। सिपाहियों ने मौके पर देखा कि बुजुर्ग बुरी हालत में था। तन पर कपड़े बहुत कम थे। वो ठंड से ठिठुर रहा था। सिपाहियों ने पहले बुजुर्ग को गर्म कपड़े पहनाए। और थाने ले गए। पूछताछ में बुजुर्ग ने अपने गांव का नाम पता बता दिया। पुलिस की सूचना पर परिजन थाने पहुंचे और उन्हें अपने घर ले गए।
इसके बाद दोनों सिपाहियों के मान- मन्नौवल पर भी जब बुजुर्ग ने कपड़ने नहीं पहने तो सिपाहियों ने कहा कि आपके लिए अभी- अभी खासकर ये कपड़े मंगाए हैं। आबूलेन बाजार से जाकर कपड़े लाए गए हैं। आबूलेन मेरठ का सबसे महंगा मार्केट है। जहां सारे ब्रांडस के शोरूम हैं। इसके बाद सिपाहियों ने उन्हें कपड़े पहनाए और फिर खाना खिलाया। इसके बाद उन्हें परिजनों से मिला दिया।