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कंझावला रोड एक्सिडेंट में नया ट्विस्ट दिल्ली पुलिस व निधी पर परिवार व गवाहों को धमकानें का आरोप, पुलिस क्यों कर रही पीड़ित परिवार को तंग।

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दिल्ली। कंझावला रोड एक्सिडेंट में नया ट्विस्ट आ गया है। हादसे में जान गंवाने वाली अंजलि की फ्रेंड निधि पर पड़ोसी निशांत ने बड़ा आरोप लगाया है। निधि के पड़ोस में रहने वाले निशांत ने कहा कि निधि उसे धमका रही है। उसे निधि से जान का खतरा है। दरअसल, निशांत ही वह लड़का है जिसने हादसे के बाद 1 जनवरी को सबसे पहले निधि को उसके घर के पास देखा था। निशांत ने कहा कि मैंने जो कुछ भी निधि के बारे में बताया है उसको लेकर वह मुझे फोन पर धमकी दे रही है। वहीं, अंजलि की मां को भी अपनी जान का डर है। अंजलि की मां ने दिल्ली पुलिस पर डराने- धमकाने का आरोप भी लगाया है।

बृहस्पतिवार को अंजलि के परिवार वाले निधि के घर के बाहर आ गए। वहां तैनात पुलिसकर्मियों को उसे घर से बाहर निकालने के लिए कहा। लोगों ने निधि के खिलाफ नारेबाजी की। उस गली में रहने वाले भी अंजलि के परिवार वालों का साथ दे रहे थे। गली वालों ने उसके घर की बिजली की मेन लाइन बंद कर दी। ऐसे में निधि ने पुलिस वालों को अपनी सुरक्षा की मांग की है। उसका कहना है कि उसके घर के बाहर पुलिस वाले जरूर तैनात रहे। उसने लोगों पर हमला करने की आशंका जताई है। निधि के चश्मदीद होने के कारण पुलिस के दो से तीन जवान उसके घर के बाहर 24 घंटे तैनात हैं।



मेरे पास निधि के फोन की रिकॉर्डिंग है

निशांत के अनुसार निधि ने उससे कहा कि वह पुलिस को उसके बारे में जानकारी क्यों दे रहा है। निशांत ने कहा कि निधि मुझे फोन पर गाली-गलौच कर रही है। निशांत ने कहा कि निधि ने उसे 4 जनवरी को शाम को 7 बजकर 3 मिनट पर फोन किया था। निशांत ने कहा कि उसके पास अंजलि से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी है। निशांत ने इस पूरे मामले को लेकर सुल्तानपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। निशांत ने बताया कि पुलिस कह रही है कि एक महिला इस तरह से धमकी नहीं दे सकती। इतना ही नहीं पुलिस ने निशांत के फोन की रिकॉर्डिंग भी नहीं सुनी।

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सीसीटीवी फुटेज में दिखा था निशांत

निधि जब हादसे के दिन सुबह अपने घर पहुंची थी, उस समय का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। फुटेज में निशांत भी घर के पास आग तापते दिखा था। निशांत के अनुसार निधि ने उसके बयान देने पर ऐतराज जताया। साथ ही उससे कहा कि वह मीडिया में क्यों बयान दे रहा है। निधि ने निशांत से कहा कि जो कुछ सामने है, वह पुलिस को दिख रहा है। निशांत ने निधि से खतरे को देखते हुए पुलिस सुरक्षा की भी मांग की है।

निधि पर अपराध का हिस्सा बनने का आरोप

दूसरी तरफ, अंजलि का परिवार ने पांचों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 जोड़ने की मांग की है। साथ ही उसकी दोस्त निधि पर धारा 304 के तहत मामला दर्ज करने की मांग कर रहा है। अंजलि की मां रेखा ने अपने रिश्तेदार के साथ सुल्तानपुरी थाने के थानाध्यक्ष (एसएचओ) से भी मुलाकात की और धाराएं जोड़ने की मांग की। रेखा ने कहा, उन्होंने मेरी बेटी को मार डाला है। उन्होंने जो किया है उसके लिए उन्हें दंडित किया जाना चाहिए। साथ ही एफआईआर में हत्या की धारा जोड़ी जानी चाहिए। अंजलि के परिवार के एक सदस्य भूपिंदर चौरसिया ने कहा, निधि सब कुछ जानती थी और घटना के समय उसके साथ थी। उसने परिवार और पुलिस को सूचित नहीं किया। ऐसे में वह इस अपराध का हिस्सा बनती दिखाई दे रही है। उसने अपने दोस्त को बदनाम करने की कोशिश की।



अंजलि की मां रेखा बोलीं.. मुझे जान का खतरा

कंझावला कांड की मृतका अंजलि की मां ने अपनी जान की खतरा बताते हुए मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर गलत बर्ताव करने का आरोप लगाया है। परिवार का आरोप है कि मामले को दबाने के लिए अंजलि को बदनाम किया जा रहा है। रात में पुलिसकर्मी आते हैं और उसके भाई को आरोपी की तरह धक्का मारकर थाने ले जाते हैं। उन्हें थाने में डराया- धमकाया जाता है।

वहीं, अंजलि के मामा का कहना है कि घटना के दिन पुलिस कहां थी, इस तरह के सवालों से बचने के लिए पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। वाई ब्लॉक मंगोलपुरी में रहने वाली अंजलि की मां रेखा ने बताया कि पुलिस उससे या उसके भाई से पूछताछ करने के लिए दिन में नहीं आती। वह हर दूसरे- तीसरे दिन रात के बारह एक बजे घर आ जाते हैं और मेरे भाई को पकड़कर धक्का मारते हैंं और गाड़ी में बिठाकर थाने ले जाते हैं। हमारे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है कि हमने ही बेटी को मारा है।

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निधि को बताया अहम चश्मदीद

दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) डॉक्टर सागरप्रीत हुड्डा ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंझावला मामले में मृतका अंजलि की सहेली वारदात की अहम चश्मदीद है। अंजलि और उसकी सहेली का आरोपियों से कोई संबंध नहीं है।

हुड्डा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ और साक्ष्य के आधार पर यह बात सामने आई है कि पांचों आरोपी अपने दोस्त आशुतोष से कार मांगकर मुरथल गए थे। वापसी में हादसे के समय कार अमित खन्ना चला रहा था। इसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। हादसे की जानकारी मिलने पर अमित के भाई अंकुश खन्ना ने एक अन्य आरोपी दीपक से बात की और घटना के समय गाड़ी चलाने की बात कबूलने के लिए राजी भी कर लिया।

वहीं, हादसे के बाद जब पुलिस ने आशुतोष से पूछताछ की तो उसने भी बताया कि उसके घर से कार दीपक ले गया था। दोनों ने पुलिस को गुमराह कर जांच को भटकाने का काम किया है। इसलिए इनको आरोपी बनाया गया है और मामला दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है।



बिसरा से होगा शराब पीने का खुलासा

अंजलि नें घटना के समय शराब के नशे में थी या नहीं, इसका खुलासा बिसरा रिपोर्ट से होगा। सहेली के शराब पीने का आरोप लगाए जाने के जवाब में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह बाहर क्या कह रही है। उससे पुलिस को कोई लेना- देना नहीं है। रिपोर्ट में जो भी साक्ष्य आएंगे उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।

बयान के आधार पर जांच जारी

हुड्डा के मुताबिक, पांचों आरोपी रिमांड में हैं और उनके बयानों के आधार पर जो संकेत मिले हैं, उसको लेकर जांच की जा रही है। आरोपियों के बयान काफी विरोधाभासी हैं। बयान, सीसीटीवी और सीडीआर के आधार पर दो लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। पुलिस इन आरोपियों की गिरफ्तारी करने का प्रयास कर रही है।

सहेली निधि पर भी उठे सवाल, पढ़िए 15 बड़ी बातें
1. अंजलि की मौत के बाद उसकी सहेली निधि के बयानों ने केस में कई चौंकाने वाले मोड़ दे दिए हैं। घटना के समय निधि और अंजलि साथ में स्कूटी पर थे। लेकिन हादसे के बाद निधि डरकर भाग गई थी।

2. उस भयावह रात की घटनाओं के बारे में बताते हुए एक चश्मदीद निधि ने बताया कि होटल के बाहर स्कूटी चलाने को लेकर उसका अंजलि से झगड़ा हुआ था, जहां वे अपने दोस्तों से मिले थे और नए साल की पार्टी में शामिल हुए थे।

3. निधि ने कहा कि अंजलि नशे में थी और धमकी दे रही थी कि अगर उसे स्कूटर चलाने की अनुमति नहीं दी गई तो वह चलती हुई स्कूटी के आगे कूद जाएगी। हालांकि अंजलि के परिजनों ने इसे झूठ कहा है।

4. अंजलि के परिवार के करीबी भूपेंद्र चौरसिया ने  पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से कथिततौर सवाल उठाया कि उसमें फूड पार्टिकल की बात कही गई है। अंजलि ने शराब नहीं पी रखी थी।

5. भूपेंद्र चौरसिया ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि अल्कोहल कहीं नहीं था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हिसाब से अंजलि का ब्रेन गायब है।

6. अंजलि के परिजनों ने निधि पर भी सवाल उठाए हैं कि वो गायब क्यों थी? उन्होंने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से कहा कि अंजलि के शरीर पर 40 चोट के निशान मिले। यह हत्या है, जिसे साजिशन अंजाम दिया गया।

7. इस बीच अंजलि के साथ स्कूटी पर सवार निधि का उस रात घर लौटने का वीडियो सामने आया है। वह रात को 2.30 बजे घर लौटी थी। निधि के पड़ोसी के अनुसार,”वह बेहद घबराई हुई थी। उसे चोट लगी थी। उसने मुझसे मोबाइल चार्ज करने के लिए चार्जर मांगा था।”

8. निधि पहले अपने घर गई थी, लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। पड़ोसी से मदद मांगते समय वो बेहद हड़बड़ी में थी। उसका फोन स्विच ऑफ था।

9. उधर, शुरुआती फॉरेसिंक रिपोर्ट से पता चलता है कि अंजलि कार के अंदर नहीं बैठी। मंगलवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि भी नहीं हुई थी।

10. इस मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने दावा किया है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि पीड़िता कार फंसी हुई है और घिसटती जा रही है।



11. हादसे के वक्त आरोपी शराब के नशे में थे। हालांकि, निधि ने आरोप लगाया है कि आरोपी होश में थे, फिर भी गाड़ी चलाते रहे। निधि ने मंगलवार को मीडिया सेकहा, “वाहन ने उसे दो बार आगे और पीछे खींचा फिर वे वाहन को आगे ले गए और वह आगे और फंस गई।”

12. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बुधवार को लोगों से कंझावला पीड़िता की नैतिकता पर सवाल उठाना बंद करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब तक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर निधि का पता नहीं लगा लिया, तब तक वह चुप क्यों थीं।

13. मालीवाल ने कहा-“अंजलि की सहेली ने उस पर आरोप लगाया है। दुर्घटना के समय वह अंजलि के साथ थी। वह मौके से भाग गई। क्या उसे पुलिस या अंजलि के परिवार को सूचित करने की आवश्यकता महसूस नहीं हुई कि क्या हुआ था?”

14. मालीवाल ने कहा, “वह उस कार का पीछा कर सकती थी, जो अंजलि को घसीट रही थी, वि मदद के लिए रो रही होगी। वह कुछ ऐसा कर सकती थी जिससे अंजलि की जान बच सकती थी। वह किस तरह की दोस्त है?”

15. दोस्त निधि के दावों की जांच की मांग करते हुए मालीवाल ने कहा कि अंजलि की दर्दनाक मौत हुई और उसे चरित्र हनन का शिकार नहीं होना चाहिए।


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