भोपाल। करणी सेना द्वारा 8 जनवरी से जारी प्रदर्शन थमनें का नाम नहीं ले रहा है वहीं शिवराज सरकार भी प्रदर्शन को कुचलने के लिए पूरी तरह राम बद्दुआ समर्पित है। इसी के क्रम में हम आपको बताते चलें कि दिनांक 8 जनवरी 2023 को भोपाल के सबसे बड़े मैदान जंबूरी मैदान में लगभग 10 लाख लोगों को एकत्रित होने का अनुमान है।
जिनमें करणी सेना के साथ ही ब्राह्मण समुदाय के विभिन्न संगठनों, पिछड़ा वर्ग के विभिन्न संगठन, सपाक्स पार्टी व अन्य गैर दलित संगठनों के साथ ही समस्त आरक्षण विरोधी संगठनों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित कराने का आश्वासन दिया है।
हम आपको बताते चलें कि दिनांक 9 जनवरी 2023 को जबकि संगठन द्वारा जंबूरी मैदान से प्रदर्शन को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया व महाराणा प्रताप चौक पर जाकर महाराणा प्रताप की मूर्ति पर माल्यार्पण कर बगल के मैदान में प्रदर्शन जारी रखने का निर्णय लिया था। लेकिन भोपाल पुलिस द्वारा संगठन को महात्मा गांधी प्रतिमा चौक पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया गया, व महाराणा प्रताप की प्रतिमा वाले चौक पर जाने से रोक दिया गया।
जिस के क्रम में जीवन सिंह राजपूत शेरपुर व उनके सहयोगियों के साथ पुलिस से झड़प भी हुई लेकिन शिवराज सरकार की ज्यादती के कारण उक्त प्रदर्शन को महात्मा गांधी चौक पर ही जारी रखने का निर्णय करणी सेना के संगठन के पदाधिकारियों व सहयोगी संगठनों के द्वारा लिया गया।
आज प्रातः प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 25000 के आसपास युवाओं की भीड़ पुनः प्रदर्शन स्थल पर पहुंच चुकी है। जबकि भोपाल की भाजपा सरकार जोकि गैर दलितों के इस महा आंदोलन को कुचलने के लिए पूरी तरीके से तत्पर है, नें दो दिन बीत जानें के बाद भी बातचीत करना मुनासिब नही समझा है। अभी तक शिवराज सिंह चौहान य उनका कोई प्रतिनिधि प्रदर्शनकारियों की मांगों को सुनने तक नही आया है, देखना है आगे होता क्या है।