हाथरस। हिटलरशाही की पराकाष्ठा पार किया हाथरस प्रशासन नें, आज 34 दिन जेल में पूरे कर लिये राष्ट्रीय सवर्ण परिषद प्रमुख पंकज धवरैय्या नें, लेकिन पंकज धवरैय्या नें विगत वर्षों में अपनी सामाजिक गतिविधि से जिन-जिन लोगों की मदद की थी। यदी उन पीड़ितों की संख्या का 10% पीड़ित जो नमक हराम नही होता निकल आया होता तो शायद आज पंकज धवरैय्या को देश की कोई ताकत जेल में नही रख सकती थी।
लेकिन 7 दिसम्बर को CMO के ड्राइवर ने आशा के साथ मार पीट की थी। जब आशा CMO और CMS के पास गयीं तो उसकी कोई सुनवाई नहीं हुयी तब आशा राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज धवरैय्या के पास पहुंची तो पंकज धवरैय्या ने आशा को राष्ट्रीय सवर्ण परिषद की महिला टीम से मिलने को कहा।
अगले दिन आशा और राष्ट्रीय सवर्ण परिषद की महिला पदाधिकारीयों ने CMO का घेराव किया तो वहाँ पुलिस ने आशाओ और राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के कार्यकर्त्ताओ के साथ मार पीट की उसकी सूचना मिलने पर राष्ट्रीय सवर्ण परिषद प्रमुख पंकज धवरैय्या और उनके साथी पहुंचें तो उन्हें वहाँ से गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया।
शाम तक पुलिस ने कुछ नहीं बताया। अगले दिन पुलिस ने बताया कि उन्हें चंदपा थाने के SC ST के NBW मे गिरफ्तार किया गया है उसके बाद पंकज धवरैय्या और उनके साथियों पर 1 और फर्जी sc st, एक चौथ वसूली और 2 बलवा के मुकदमे और लिख दिए उसके बाद 14 दिसम्बर को 1 और केस लिखा गया। यह होता है सत्ता नियोजित षड्यंत्र।