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कोतवाली कादीपुर के चार कर्मठ कर्मियों के साथ पांच पर गैर इरादतन हत्या का मामला, पुलिसाधीक्षक के हस्ताक्षेप के बाद हुआ दर्ज।

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सुल्तानपुर। पुलिस अधीक्षक जनपद सुलतानपुर, के हस्ताक्षेप के बाद दिनांक 16 जनवरी 2023 को ट्रैक्टर चालक की गैर इरादतन हत्या का मामला कोतवाली के चार कर्मियों व एक अज्ञात पर आज प्रातः 3 बजकर 42 मिनट पर लिखा गया। जबकि यह अभियोग रात्रि में ही पंजीकृत किया जाना था, लेकिन कोतवाल द्वारा कमाऊ पूतों को बचानें की फितरत के चलते यह मामला पुलिसाधीक्षक के हस्ताक्षेप के बाद मुकदमा लगभग 7 घण्टे की देरी से लिखा गया। मुकदमा लिखे जानें के बाद भी कोई गिरफ्तारी अभी तक सुनिश्चित नही की गयी, जिसके लिये गैर इरादतन हत्या की धारा लगाई गयी। जो सर्वथा गलत है।

पीड़ित परिवार द्वारा बताया गया कि मेरे ट्रैक्टर जिसमें चिलबिल की लकड़ी की जलौनी लेके कादीपुर जा रहा था, कि इसी दौरान संत तुलसीदास डीग्री कालेज के बगल भगवती धर्मकांटा पे ट्रैक्टर लकड़ी सहित खड़ा था। ट्रैक्टर अंकुश सिंह उम्र 20 वर्ष पुत्र स्व० देवेन्द्र सिंह निवासी गोपालपुर, थाना मेहनगर जनपद आजमगढ़ का निवासी चला रहा था।

इस दौरान कादीपुर कोतवाली के हल्का नं० 03 के सिपाही दानिश, जितेन्द्र और उपनिरिक्षक अखिलेश सिंह तथा एक अन्य के साथ ये सभी पांच लोग ट्रैक्टर के पास पहुँचे और ये लोग अंकुश से ट्रैक्टर व लकड़ी सहित कोतवाली ले जाने के लिए दबाव बनाने लगे, जब अंकुश ने जाने से मना किया तो अंकुश को आड़ मे ले जा के पैसे रूपये देने की मांग करने लगे तो प्रार्थी ने रूपये देने से मना किया तो उन लोगो ने कहा कोतवाल साहब का आर्डर है कि ट्रैक्टर लकड़ी सहित कोतवाली ले चलो। जिसपर अंकुश ट्रैक्टर लेके जब चला तो लगभग 1 कि० मी० के बाद कादीपुर बाईपास रोड पर मोड़वाया गया उसके बाद अंकुश ने जब मना किया तो ट्रेक्टर जबरन, मोटरसाइकिल से उतर के सिपाही दानिश ने खुद चलाना शुरू किया तथा अंकुश को लेबरो के साथ जबरन बोनट पर बैठाया और गाली गलौज देते हुए जैसे ही गडढे वाली रोड पे उतारा, गुस्से के भाव मे दानिश ने अंकुश को धक्का दिया और अंकुश ट्रैक्टर से नीचे गिर गया और इसी दौरान ट्रैक्टर ट्राली पलट गयी जिसमें दबकर अंकुश की मृत्यु हो गयी तथा बाकी लेबर चोटहिल हो गये।



जिसकी सूचना घर वालो को कांटा पे खड़े लोगो ने दी तथा बताया कि आपका ट्रेक्टर सिपाही दानिश और कोतवाली के लोग कोतवाली ले गये हैं। जिसकी सूचना पर प्रार्थी घर से निकला और ये सूचना मिली कि आपका ट्रैक्टर सोनालिका ट्रेक्टर एजेन्सी रोड पर जा रहा है प्रार्थी जब सोनालिका ट्रैक्टर एजेन्सी रोड पर मुड़ा गया तो देखा काफी स्पीड मे दो मोटर साइकिल से एक दरोगा व तीन सिपाही बहुत तेजी से भगे आ रहे है प्रार्थी ने उन्हे रोकने की कोशिश किया तो वो लोग रूके नही इस दौरान प्रार्थी ने आगे बढ़ के देखा तो ट्राली लकड़ी सहित पलट गयी थी जिसके नीचे अंकुश दबा हुआ था प्रार्थी ये समझा कि अंकुश डर की वजह से कही भाग गया है। जबकि प्रार्थी के छोटे भाई व प्रार्थी के पुत्र कोतवाली पहुँच गये ट्रेक्टर कोतवाली मे न पाकर कोतवाल साहब से पूछा गया तो उन्होने कहा ये सब मेरी जानकारी मे नही है।

तब प्रार्थी ने अपने भाई के मोबाइल पे फोन किया तो भाई ने बताया कि अंकुश का फोन नही उठ रहा है, तो प्रार्थी ने अपने भाई को ट्रैक्टर के पास बुलाया तथा जेसीबी की मदद से ट्रेक्टर की ट्राली को उठाया तो अंकुश ट्राली के नीचे मृत पाया गया। जिसके मृत्यु के जिम्मेदार सिपाही दानिश, SI अखिलेश सिंह व सिपाही जितेन्द्र तथा एक अन्य कादीपुर प्रभारी निरीक्षक के सहयोग से दिनांक 16 जनवरी 2023, समय लगभग शाम 8.30 बजे घटना को अंजाम दिया गया।


कोतवाल कादीपुर की बातचीत


सिपाही दानिश नें जब धक्का देकर ट्रेक्टर से अंकुश को गिराया तब आखिर धारा 304ए लगना चाहिए य फिर हत्या की धारा 302 पंजीकृत किया जाना चाहिए। लेकिन शायद वर्दी वर्दी को बचानें के लिये हर हथकंडा अपनाती है, जबकि घटनास्थल के प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सिपाही दानिश के ऊपर धारा 302 लगनी ही चाहिए। खैर यह तो है ही सुल्तानपुर पुलिस जो अपनें वर्दीधारी भाईयों के गलत कृत्यों को छिपानें के लिये पीड़ित पर ही दबाव बनानें का कार्य पूर्व से करती आ रही है ऐसे दर्जनों मामले आखिरी सच टीम के पास हैं, यहां तक भी इसी सुल्तानपुर पुलिस के द्वारा अपनें वर्दी वाले भाई को बचानें के लिये रातों रात गैर जनपद स्थानांतरण भी कर दिया है।


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