बर्बरता। मनोज कुमार कश्यप जो कि जिला बुलंदशहर के डिबाई का रहने वाले हैं। जिंहोनें अपनी बहन की शादी गोविंदा कश्यप से 16 फरवरी 2021 को मालका गंज सोहन गंज से की थी सादी के बाद से ही आपकी बहन के ससुराल वाले आये दिन आपकी बहन को दहेज क्या दिया है… तेरे बाप ने कह कर प्रताड़ित करते थे। जिसका विरोध उसनें हर बार किया था। जिस वजह से मनोज उस (बहन) को काफी बार अपने घर बुला लाते थे।
लेकिन फिर वह बहन मनोज के घर के हालात देखकर कि उनके पिता कोरोना काल में खत्म होने के बाद से बिल्कुल माली हालत से कमजोर हो चुके थे। जिस कारण से गोविंदा व उसके परिवार ने मनोज की मजबूरी का फायदा उठाया अपने 11 महीने के बच्चे की खातीर वो रिस्ता निभाने चली जाती थी फिर एक बार दिनांक 19 अक्टूबर 2022 को मनोज की बहन को इस गोविंदा ने मारा पीटा और फिर मनोज के पास फोन किया कि तुम्हारी बहन के साथ मेरी लड़ाई हो गयी है। वो घर छोड़कर चली गयी है। उसने कहा है की मेरे घर वालो को इंफोर्म कर देना की मुझे आकर ले जाए जिस पर मनोज नें पूछा की किस बात पर लडाई हुई हैं।
तो गोविंदा नें बताया की रोटी परोस के नही दी इस बात पर हर बार वो इसी तरह ही इंफोर्म करता था कि मेरी लडाई हो गयी है, फिर मनोज नें कहा की ये तो कोई बड़ी बात नही है, तो उसने फिर जबाब दिया की मुझे नही मालूम मेरी जिम्मेदारी ख़तम जिस पर मनोज नें कहा की आप उसे ढूंढकर मेरी बात कराओ तो कहने लगा मुझे नही पता। जिसपर मनोज नें कहा कि मैं इतने बड़े दिल्ली जैसे शहर मे कैसे ढ़ूँढ़ुंगा जिस पर गोविंदा कहने लगा कि मुझे नही मालूम फिर मैंने सभी रिश्तेदार पर फोन कर जानकारी किया तो बोल रहे थे, कि हमारे पास नही आई फिर शाम को गोविंदा का फिर फोन आया की तुम्हारी बहन मिल गयी हैं।
उसने मेरे खिलाफ रिपोर्ट किया है, मुझे पुलिस वाले पकड़ कर ले जा रहे है, आज अगर पुलिस वालो ने मुझे पीटा तो फिर देखना मे क्या करता हू। जिस पर मनोज नें कहा कि पहले जाकर मेरी बहन से बात कराओ में उससे जानना चाहता हू। की क्या बात हैं तो फिर पुलिस वाले के कहने के बाद ज्योति ने मुझसे बात की और मैंने कहा बहन इतनी सी बात पर इस तरीक़े से घर छोड़कर आना सही नही हैं। तो फिर बहन ने कहा भाई इतनी सी बात नहीं है इसने पूरे मोहहले मे खदेड़- खदेड़ कर मारा मेरा हाथ तोड़ दिया।
आपको जरा सी बात लग रही है। फिर मनोज नें कहा की बहन अभी रुक मै स्वयं आकर इसको और इसके घर वालो के देखता हू तो फिर पुलिस वाले ने कहा क्या करना है। बताओ तो मनोज नें कहा सर आप बताओ मैं क्या करूँ तो उसने कहा की देख अब तो रात हो रही है। मैं बताऊँ कि मै इस लड़के को वर्निग देता हू की अगर तूने इस लड़की को हाथ लगाया तो मै तुझे साले इतना मारूंगा की तुझे बचाने वाले को भी कहकर कहा की सुबह इसके घर वाले आयेंगे और फिर वो बात करेंगे कहकर घर भेज दिया घर जाने के बाद काफी देर तक बेचारी भुखी थी।
कहने लगी की भाई आपके कहने पर मैने इसे छुड़वा दिया लेकिन मुझे खाली पेट नींद नही आ रही हैं तो फिर मनोज नें गोविंदा को फोन किया और कहा सुबह तक तेरी जिम्मेदारी है, इसे खाना खिला तो मनोज के कहने पर इसने खाना उसके कमरे मैं रख आया फिर मनोज नें अपनी बुआ की लड़की को फोन कर बताया की ज्योति भुखी है। और जो बात हुए वो तो फिर उन्होंने कहा की चल मैं चली जाऊगी फिर हमारे पास हमारी बहन का फोन सुबह 5 बजे के आस- पास आया की इसने व इसकी मम्मी नें मुझे रात भर बहुत मारा- पीटा जब ये मुझे जान से मार देंगे। तब आओगे तो फिर हम घर से निकले बहन से बात करके की हम आ रहे हैं। अब नही छोडूँगा साले को तेरा तलाक दिलाकर साले को अब देखता हूँ आ रहा हूँ।
फिर हम डिबाई से निकले ही थे की शिकारपुर पार करनें पर फिर गोविंदा का फोन आया की तुम्हारी बहन ने सुसाइड कर लिया है, फांसी लगाकर मुझे यकीन नही हुआ फिर मैने अपने बड़े भाई को फोन मिलाया की भाई आप मुझसे जल्दी पहुँच जओगे ऐसे- ऐसे बात हो गयी है तो फिर वो 1 से 1.5 घण्टे मे वहाँ पहुँचे तो उन्होंने बतया कि हमारी प्यारी बहन को इन्होंने बेरहमी से मार दिया फिर मैने कहा डेथ बॉडी को मत ले जाने देना तो पुलिस वालो ने हमारे बिना आये पोस्टमार्टम के लिया भेज दी फिर उसके बाद पुलिस वालो ने दिन से लेकर रात तक हमरी रिपोर्ट तक नही लिखी दूसरे दिन भी जबरदस्ती हमारे मान करने के बाबजूद उसी जगह पोस्टर्माताम् कराया।
जहाँ उस लड़के की सगी चाची डॉक्टर है फिर पोस्टर्माताम् के बाद भी बॉडी जबरन निगम बोध घाट पहुँचा दी फिर उसका अंतिम संसकार करा कर हमसे घर जाने को कह कर दिखाने को शायद जेल की हुतक़दी डाल जेल बैज दिया ऐसे दिखाया फिर हम घर आ गए पोस्ट मर्तम रिपोर्ट भी 1 महीने के बाद आई उसके बाद अब तक चार्ट सीट बनाई नही हैं। 20 अक्टूबर 2022 को हुऐ मार्डर का आज तक कोई खुलासा नही कर पायी दिल्ली की पुलिस।