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उसी फ्लोर पर अपना कमरा रखते थे, जहां महिला पहलवान ठहरी, जानबूझकर अपना कमरा खुला रखते थे… महिला पहलवानों ने रोते हुए सुनाई आपबीती।

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नई दिल्ली। पोडियम में खड़े होकर देश का मान बढ़ाने वाले पदकवीर आज सड़कों पर बैठे हैं। मेडल जीतकर खुशी के आंसू बहाने वाले ये ऐथलीट आज खुद के हालात पर रो रहे हैं। दंगल में दो-दो हाथ करने वाले ये महाबली खुद को कितना कमजोर महसूस कर रहे हैं। भारतीय कुश्ती संघ (डब्लयूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप है। आरोप हैं कि बृजभूषण देश की बेटियों पर बुरी नजर रखते थे। बात न मानने पर परेशान करते थे। वर्ल्ड चैंपियन विनेश फोगाट तो ये सब बताते-बताते रो पड़ी। जरा सोचिए कि मेडल जीतने पर तिरंगे को अपने शरीर से चिपकाकर गर्व से इठलाने वाली देश की बेटियां यूंही नहीं किसी पर अपने ‘कपड़े फाड़ने’ का आरोप लगा देंगी।

सालों से हो रहा यौन शोषण

देश की राजधानी दिल्ली के जंतर- मंतर में आज धरना- प्रदर्शन का तीसरा दिन है। ओलिंपिक मेडलिस्ट और वर्ल्ड चैंपियन बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, अंशू मलिक सरीखी चैंपियन और वर्ल्ड क्लास ऐथलीट्स ने मोर्चा खोला हुआ है। साथी महिला पहलवानों की आप बीती सुनाते हुए विनेश फोगाट के आंसू बहने लगे, वो कहती हैं, ‘बृजभूषण शरण सिंह और कोच नेशनल कैम्प्स में महिला रेसलर्स का यौन उत्पीड़न करते हैं। कुछ कोच तो सालों से यौन उत्पीड़न करते आ रहे हैं। कई महिला पहलवानों ने इसकी शिकायत भी की।’ अब खेल मंत्रालय में चार पहलवानों के प्रतिनिधमंडल को बातचीत के लिए बुलाया है।

कमरा खुला रखते हैं

लगातार तीन कॉमनवेल्थ गेम्स में 3 गोल्ड मेडल जीतने वाले विनेश ने कहा, ‘बृजभूषण खिलाड़ियों के होटल में रुकते थे। जो नियमों के खिलाफ है। यहां तक कि उसी फ्लोर पर अपना कमरा रखते थे, जहां महिला पहलवान ठहरी हैं। जानबूझकर अपना कमरा खुला रखते थे। तोक्यो ओलिंपिक में हार के बाद डब्लयूएफआई के अध्यक्ष ने मुझे खोटा सिक्का कहा। मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। मैं हर दिन खुद को खत्म करने की सोचती। मेरी हत्या भी हो सकती है। अगर मुझे या किसी पहलवान को कुछ होता है तो उसके पीछे बृजभूषण सिंह का ही हाथ होगा।

कौन हैं आरोपी बृजभूषण सिंह

दबंग इमेज वाले बृजभूषण सिंह यूपी के कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद हैं। 2011 से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं, उनकी इमेज दबंग वाली है। इस बारे में बजरंग पूनिया ने बताया कि, ‘ये हमारे सम्मान की लड़ाई है। हमारी लड़ाई गैरराजनैतिक है। हमें किसी राजनेता की जरूरत नहीं है। बृजभूषण सिंह विदेश भागने की फिराक में है।’ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘खिलाड़ियों का मनोबल टूटने नहीं देंगे। हमारे प्लेयर्स की चिंता सबसे जरूरी है। खिलाड़ियों की बातें गंभीरता से ली गई है।


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