प्रतापगढ़ (रमेश श्रीवास्तव)। मान्धाता ब्लॉक अपने कार्यों को लेकर पहले ही विवादित रहा है। अब एक नया विवाद बहुचर्चित समाजसेवी एवं पर्यावरण सेना के अध्यक्ष तथा प्रतापगढ़ में कई विभागों के ब्रांड अम्बेसडर बने अजय क्रन्तिकारी को लेकर के आया है।
गौरतलब हो कि अजय क्रान्तिकारी ने सामाजिक सेवा के परिदृश्य में एक एक बृद्धा का फॉर्म मान्धाता ब्लॉक में जमा करने के लिए अपने एक परिचित को भेजा। लेकिन तमाम बहाने करके उनके द्वारा भेजा गया फॉर्म जमा करने से इंकार कर दिया गया जिसकी शिकायत अजय क्रान्तिकारी ने जिले के अधिकारी DDO से की।उन्होंने आगे कहा कि यदि अपनी हाठधर्मिता छोड़कर एक गरीब का फॉर्म नहीं जमा किया तो विवश होकर आंदोलन करने के लिए हमें बाध्य होना पड़ेगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी BDO मान्धाता की होगी।
कड़ी मशक्कत के बाद फॉर्म रिजेक्ट होने की चेतावनी देते हुए बाबू ने बिना रिसीविंग लिया फॉर्म।
सरकारी योजनाओं में पेंशन का फॉर्म तभी जमा होता है जब अधिकारियों से जुड़े दलाल आवेदकों से पैसा लेकर उन्हें देते हैं। ऐसा न करने पर सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी जलालत झेलनी पड़ती है।
पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने अपने गांव पंचायत बोझी के एक पात्र बुजुर्ग का वृद्धावस्था पेंशन का फॉर्म आन लाइन कराकर जब अपने बेटे को ब्लॉक में जमा कराने हेतु भेजा तो पहले कोई मिला नहीं और मिले भी तो यह कह कर लेने से मना कर दिया कि यह फार्म फर्जी है, और सचिव से पास करा कर लाओ।
इस बाबत जिला विकास अधिकारी ओपी मिश्र से बात हुई तो उन्होंने कहा कि टेलीफोन से कुछ नहीं होगा। पहले आप ऊपर शिकायत करें तभी कोई कार्यवाही हो सकती है। अंततः इस बाबत खंड विकास अधिकारी मान्धाता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरा कार्यालय आप नहीं चला रहें, बकवास मत करिए।
इस बाबत पर्यावरण सेना प्रमुख अजय क्रांतिकारी ने कहा कि जनहित के कार्यों को को सहयोग करने हेतु मेरा प्रयास जारी रहेगा।यदि अधिकारियों/ कर्मचारियों द्वारा जनता की भलाई के अनुरूप व्यवहार नहीं किया गया/ नहीं किया जाता तो प्रशासनिक पर्यावरण की सुचिता व दुरुस्ती के लिए पर्यावरण सेना आंदोलन करने को बाध्य होगी।