लखनऊ में जलाई गयी रामचरित मानस, डाक्टर रोली तिवारी मिश्रा करेंगी सपा मुख्यालय पर रामचरित मानस पाठ- सूत्र
उत्तर प्रदेश राजधानी लखनऊ में रामचरित पर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। एक तरफ जहां स्वामी प्रसाद के विवादित बयान के खिलाफ प्रदर्शन और पुतला जलाया जा रहा है। वहीं राजधानी लखनऊ में स्वामी प्रसाद मौर्या के समर्थन में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने रविवार को पीजीआई के वृंदावन योजना में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। महासभा के लोगों ने नारेबाजी की। इस दौरान महासभा ने रामचरितमानस की प्रतियों को जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
@RoliTiwariMish1 को धमकी तीन स्क्रीन शाट पूर्व में जयपुर पुलिस नें जवाब प्रेषित किया….. @jaipur_police pic.twitter.com/zpoN0SyqAt
— विनय श्रीवास्तव (@VKumar_Aakhiri) January 29, 2023
स्वामी प्रसाद का क्या था बयान
दरअसल, स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा था कि रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर यदि समाज के किसी वर्ग का अपमान हुआ है तो वह निश्चित रूप से धर्म नहीं है। यह अधर्म है, जो न केवल भाजपा बल्कि संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रहा है। मौर्य ने कहा था कि रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों में तेली और कुम्हार जैसी जातियों के नामों का उल्लेख है जो इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाओं को आहत करती हैं। उन्होंने मांग की कि पुस्तक के ऐसे हिस्से पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए, जो किसी की जाति या किसी चिह्न के आधार पर किसी का अपमान करते हैं।
स्वामी प्रसाद पर इन धाराओं में दर्ज हो चुका है मुकदमा
स्वामी प्रसाद के खिलाफ 295-ए धार्मिक भावना को आहत करने, 153-ए धार्मिक भावना को ठेस पहुंचा कर शांति भंग करना, 505 (2) घृणा पैदा करने के उद्देश्य से बयान देना और 504 शांति भंग करने का इरादा रखने की धाराएं लगाई गई हैं। शिवेंद्र का दावा है कि आरोपी सपा नेता के बयान को लगातार सोशल मीडिया पर प्रचारित किया जा रहा है। जिससे एक समुदाय की भावना को आघात लगा है।
लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियां जलाई जा रही हैं. यहां सवाल सपा या स्वामी मौर्या से नहीं भाजपा से होना चाहिए। क्या सरकार ने इन्हें खुली छूट देकर रखी है। भाजपा की हिंदुत्ववादी सरकार क्या कर रही है? इन पर कार्रवाई कब होगी? इनकी गिरफ्तारी कब होगी? @lkopolice @Uppolice @dgpup pic.twitter.com/ElNi09cPAN
— Shubham shukla (@ShubhamShuklaMP) January 29, 2023