बीजेपी और सपा रामचरित मानस मुद्दे पर एक- मायावती
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर विवाद टिप्पणी पर जुबानी जंग जारी है। इस टिप्पणी के बाद भी सपा नेता को पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी इस मामले में अखिलेश यादव से जवाब मांग रही है। इसी बीच बीएसपी प्रमुख मायावती की प्रतिक्रिया आई है।
मायावती ने कहा, “संकीर्ण राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ हेतु नए- नए विवाद खड़ा करके जातीय व धार्मिक द्वेष, उन्माद- उत्तेजना व नफरत फैलाना, बायकाट कल्चर, धर्मान्तरण को लेकर उग्रता आदि भाजपा की राजनीतिक पहचान सर्वविदित है किन्तु रामचरितमानस की आड़ में सपा का वही राजनीतिक रंग- रूप दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण है।”
1. संकीर्ण राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ हेतु नए-नए विवाद खड़ा करके जातीय व धार्मिक द्वेष, उन्माद-उत्तेजना व नफरत फैलाना, बायकाट कल्चर, धर्मान्तरण को लेकर उग्रता आदि भाजपा की राजनीतिक पहचान सर्वविदित है किन्तु रामचरितमानस की आड़ में सपा का वही राजनीतिक रंग-रूप दुःखद व दुर्भाग्यपूर्ण।
— Mayawati (@Mayawati) January 30, 2023