आगरा। देव नगर इलाके से शुक्रवार की शाम को स्कूल वैन चालकों ने किशोरी को अगवा कर लिया। घर से दवा लेने जा रही किशोरी को जबरन गाड़ी में डालकर बुरी नीयत से सिकंदरा क्षेत्र में ले गए। किशोरी ने साहस और सूझबूझ दिखाते हुए अपने भाई को फोन कर दिया। किशोरी को अगवा करने की सूचना पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनाें आरोपितों को घेराबंदी कर दबोच लिया। किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया। शनिवार को तीनों आरोपित पुलिस ने जेल भेज दिए गये।
कार में डालकर ले गए किशोरी
पुलिस के अनुसार किशोरी का परिवार मूलरूप से किशनगंज बिहार का रहने वाला है। वह न्यू आगरा इलाके में बड़े भाई के साथ रहती है। भाई एक कोठी में काम करता है। वह शुक्रवार की रात को थाने पहुंचा। पुलिस को बताया कि उसके पास एक अपरिचित नंबर से फोन आया। बहन ने रोते हुए बताया कि उसे तीन युवक जबरन अपनी गाड़ी में डालकर ले जा रहे हैं। युवकों ने उसके हाथ-पैर बांध दिए हैं।
पुलिस ने तलाश की लोकेशन
विरोध करने पर उसकी पिटाई कर रहे हें। बहन लगाता रो रही थी। किशोरी के अपहरण की सूचना पर पुलिस सतर्क हो गई। उसने जिस नंबर से फोन आया था। उसकी लोकेशन निकाली। वह सिकंदरा क्षेत्र की आई। जिसके बाद पुलिस ने किशोरी की तलाश शुरू कर दी। उसे तीन घंटे बाद सिकदंरा क्षेत्र से सकुशल बरामद कर लिया। तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
जेल भेजे गए तीनों आरोपित
पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम अमित, रवि और गौरव बताए। तीनों बोदला जगदीशपुरा के रहने वाले हैं। स्कूल वैन चालक हैं। वह न्यू आगरा क्षेत्र के एक स्कूल के बच्चों को लेकर जाते हैं। स्कूल पास एक कोठी में किशोरी परिवार समेत रहती है। आरोपितों ने बताया कि वह किशोरी पर कई दिन से नजर रखे थे। शुक्रवार की शाम को वह तीनों वैन से आए थे। रास्ते में किशोरी दिखाई दी। उसे जबरन वैन में डाल लिया। प्रभारी निरीक्षक न्यू आगरा विजय विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ अपहरण व पाक्सो एक्ट के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। तीनों को शनिवार जेल भेजा गया है।
आरोपितों के फिल्मी तरीके ने किशोरी को दिया मौका
किशोरी ने पुलिस को बताया कि तीनों आरोपित नशे में पूरी तरह से धुत थे। उसे वैन में डालकर कहीं ले जा रहे थे। इस बीच युवकों ने फिल्मी तरीका दिखाया। उसकी हाथ में मोबाइल दे दिया। कहने लगे जिसे चाहे फोन कर लो। कोई तुम्हें बचाने नहीं आएगा। जिससे उसे मौका मिल गया। उसने भाई को फोन कर दिया। भाई और पुलिस की तत्परता से वह बच गई।