मण्डौली गाँव में कथित कार्यवाई में प्रशासन द्वारा आग लगाने से दो ब्राह्मण महिलाओं की जलकर मौत मामले में “मैं ब्राह्मण हूँ महासभा” के दुर्गेशमणी त्रिपाठी पर भाजपा नियोजित एससी एक्ट/ मोदी एक्ट।
कानपुर देहात। बीते दिनों उत्तर प्रदेश में कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के मण्डौली गाँव में अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान झोपड़ी में प्रशासन द्वारा आग लगाने से दो ब्राह्मण महिलाओं की जलकर मौत हो गई थी, जिसके बाद एक ब्राह्मण संगठन “मैं ब्राह्मण हूं महासभा” के अध्यक्ष और एडवोकेट दुर्गेश मणि त्रिपाठी पीड़ित परिवार से मिलने और प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में मड़ौली गाँव पहुंचे थे।
जहां भाजपा दलित नेता और जिला पंचायत सदस्य कृष्णा गौतम के द्वारा ब्राह्मणों को भद्दी- भद्दी गालियां दी गई थी और ब्राह्मण संगठन के अध्यक्ष दुर्गेशमणि त्रिपाठी को भी चप्पल से मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन अब ब्राह्मण संगठन के अध्यक्ष दुर्गेशमणि त्रिपाठी व उनके साथी सौरभ त्रिपाठी और विवेक शुकला के खिलाफ जिला पंचायत सदस्य कृष्णा गौतम की शिकायत पर थाना अकबरपुर में एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया हैं। जिसमें प्रमुख योगदान प्रदेश सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रतिभा शुक्ला जो की माननीय विधायक अकबरपुर क्षेत्र है।
तेरी मैया की ch*** du, madar "**chod
Bhos*"di के , रुक bho**सडी के , रुक 20 चप्पल मारूंगी , तेरे खिलाफ अभी मुकदमा लिखती हूं। बड़ा पंडित का दुम बना घूमता है , भोस"*डी का। पांडा.इतनी गालियां नेता कृष्णा गौतम ने ब्रह्मण दुर्गेश को और अब दुर्गेश पे SCST एक्ट भी लगा दिया।
योगिराज pic.twitter.com/w5t875HlMN
— Er. Durgesh Pandey (@ErDurgeshPande7) February 19, 2023
ब्राह्मणों को गालियां देने का वीडियो वायरल
बीते दिनों सोशलमीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा था, जिसमें कथित भाजपा नेता और जिला पंचायत सदस्य कृष्णा गौतम के द्वारा ब्राह्मणों को गंदी-गंदी गालियां दी गई थी. इतना ही नहीं पीड़ित परिवार की मदद के लिए पहुंचे “मैं ब्राह्मण हूं महासभा” के अध्यक्ष और एडवोकेट दुर्गेश मणि त्रिपाठी को भी छेड़छाड़ और एससी एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दी गई थी।
कानपुर केस का सनसनीखेज खुलासा जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी भ्रमित व्यवस्था बनी कठपुतली विस्तृत रिपोर्ट।
मामले पर पूर्व मे प्रसारित रिपोर्ट।
क्या था मामला
कानपुर देहात मैथा तहसील के मड़ौली गांव में कृष्ण गोपाल दीक्षित के खिलाफ अवैध कब्जा करने की शिकायत थी,13 फरवरी को एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद,पुलिस व राजस्व कर्मियों के साथ गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे।इस दौरान जेसीबी से नल और मंदिर तोड़ने के साथ ही छप्पर गिरा दिया। इससे छप्पर में आग लग गई और प्रमिला (44) व उनकी बेटी नेहा (18)की आग की चपेट में आने से जलकर मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कृष्ण गोपाल गंभीर रूप से झुलस गए थे।
पुलिस ने परिवार की तहरीर के आधार पर एसडीएम ,लेखपाल व थाना प्रभारी सहित 39 लोगों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर लिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस जेसीबी चालक दीपक व लेखपाल अशोक सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
वही पूरी घटना की निष्पक्ष जांच के लिए शासन ने 2 सदस्य समिति का गठन किया था। एसआईटी में डा.राजशेखर मण्डलायुक्त कानपुर मण्डल व आलोक सिंह,अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन को 7 दिन के भीतर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के शासन ने निर्देश दिए गए थे।
ट्विटर पर लोगों में काफी आक्रोश
आपको बता दे कि कानपुर देहात में पीड़ित ब्राह्मण परिवार के साथ हुए अन्याय और प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर सोशलमीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा हैं। एक यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि कानपुर देहात में मां-बेटी जिंदा जलकर मर गई, पीड़ित परिवार का साथ देने पहुंचे ब्राह्मण नेताओं को चप्पल पड़े, और अब उन्हें ही SC-ST एक्ट के तहत जेल भेजने की तैयारी हो रहीं हैं।
समस्त अधिवक्ता भाई आगे आएं और @durgesh_mani_t हमारे ही बीच के अधिवक्ता भी हैं अतः बन्धुओं अब लड़ाई अधिवक्ताओं की भी है हमे लड़ना ही होगा आज इनपर है कल किसी और भाई पर हो सकता है । @NTGLAWFIRM @Shashik20818443 @parashu_tiwari @highcourtallad @AdvPraveenShrma https://t.co/eRqsmHZh70
— Dr A K Pandey (Adv)🇮🇳✒️⚔️ (@dranand_king) February 19, 2023