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ऊँची पकड़ का रुतबा दिखाकर, नौकरी दिलाये जाने के नाम पर किया 3 लाख की जालसाजी।

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उत्तर प्रदेश। डिप्टी सीएम सहित कई मंत्रियों व विधानसभा अध्यक्ष के साथ फोटो दिखाकर नव युवकों को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले नटवरलाल के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुए एक पीडि़त ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रमुख सचिव व कई अधिकारियों से लिखित शिकायत कर न्याय की गुहार लगायी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई।

जनपद फतेहपुर के थाना मलवा निवासी प्रवीण सिंह पुत्र विजय बहादुर सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे गये शिकायती पत्र में बताया है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में नौकरी के नाम पर उससे तीन लाख रुपये की ठगी जनपद फर्रुखाबाद की कोतवाली मोहम्मदाबाद के ग्राम नवादा निवासी छोटेलाल जी पुत्र नन्हें लाल ने ठगी कर ली।



पहले उसने कई मंत्रियों के साथ अपने फोटो दिखाये, आईएएस अधिकारियों के साथ संबंध होने का हवाला देकर मुझसे कहा कि तुम्हारी नौकरी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर लगवा देंगे। जिसके नाम पर उसने जुलाई/सितंबर 2022 तक कई बार में तीन लाख रुपये ले लिये। रुपये लिए जाने तक तो मंत्री का सचिव का दबाव आना बताया गया, लेकिन धनराशि मिलते ही आज कल और कल की किवदन्ति सुनाई गयी।

जबकि यह रुपये पीड़ित नें अपनी जमीन व पत्नी के जेवर गिरवीं रखकर दिये। जब पीड़ित को यह ज्ञात हुआ कि उसके साथ ठगी हो गयी है। जब उसने पैसे मांगे, उसने छोटे सिंह नें आजकल किया, लेकिन अब तो पैसे देने से मुकर रहा है, और अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर धमका रहा है। फर्जी मुकदमे में भी फंसानें की बात कही गयी।

बताते चलें कि पीडि़त ने जिस व्यक्ति पर ठगी का आरोप लगाया है, उसे वर्ष 2021 में पुलिस अधीक्षक फतेहगढ़ द्वारा 25 प्रतिशत लागत धनराशि पर सरकारी सुरक्षा मुहैया कराई जा चुकी हैं। पीडि़त ने बताया कि एसपी से लेकर मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव से शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई।



पीडि़ता का कहना है कि वह मत्रियों के साथ अपने फोटो व सचिवालय से संबंधित कई अधिकारियों के साथ संबंध होने का हवाला देकर अधिकारियों को गुमराह कर देता है। इस संदर्भ में जब डिप्टी सीएम के दूरभाष पर संपर्क कर इस व्यक्ति के बारे में जानना चाहा, तो फोन उठाने वाले कर्मचारी ने बताया कि जो भी आपके पास शिकायत हो, उसे व्हाटसऐप कर दें।

वही यह व्यक्ति छोटे लाल सिंह इससे पूर्व भी अन्य कई और लोगों को भी विभिन्न प्रकार से शिकार बना चुका है। जबकि गैर कर्मचारी शिकार हुए कोई बात नहीं, पुलिस विभाग, शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर अवैध वसूली की गयी है, लेकिन संतुष्टि के नाम पर केवल आश्वासन ही आज तक सभी को मिला है।


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