लखनऊ (रमेश श्रीवास्तव)। रेरा के आदेश के बाद भी खरीदारों का पैसा वापस नहीं लौटाने वाले अंसल API, तुलसियानी एवं सहारा सहित 8 बिल्डर्स के बैंक खाते को जिला प्रशासन ने गुरुवार को सीज करा दिए।
प्राप्त सूचना के अनुसार कार्रवाई शुरू होने के बाद ही दो बिल्डरों ने 2.01 करोड़ रुपये सदर तहसील में जमा करा दिए। उधर डीएम का कहना है कि यह कार्रवाई अग्रिम आदेश तक जारी रहेगी।
डीएम के आदेश पर सदर तहसील ने बृहस्पतिवार को बैंक खाते सीज कराने की कार्रवाई कराई। कार्रवाई में अंसल एपीआई के दो, तथा तुलसियानी कंस्ट्रक्शंस, तुलसियानी इंफ्रा, याजदान कंस्ट्रक्शंस, कंछल समूह की सुचिता प्राइवेट लिमिटेड, सहारा प्राइम सिटी, ओमेगा इंफ्राबिल्ड का एक-एक बैंक खाता सीज कराया गया है। इसके अलावा आशियाना इंफ्रा का खाता सीज कर इससे वसूली जिला प्रशासन ने कराई है। बाकी बिल्डर्स के खातों से भी वसूली की कार्रवाई कराने का आदेश डीएम ने किया है, जिससे खरीदारों का पैसा वापस कराया जा सके। सदर तहसील के रिकॉर्ड के मुताबिक सहारा प्राइम सिटी पर 2.85 करोड़ रुपये बकाया हैं।
इसमें बृहस्पतिवार को 1.50 करोड़ रुपये बिल्डर ने जमा कर दिए हैं। वहीं सामिया इंटरनेशनल ने अपने बकाया 56.75 लाख रुपये में से अभी तक 11.47 लाख रुपये ही जमा किए थे। बृहस्पतिवार को बकाया 51 लाख रुपये ब्याज सहित बिल्डर ने जमा कर दिया। इसके बाद बिल्डर के खाते सीज करने और संपत्तियां नीलाम करने की कार्रवाई निरस्त कर दी गई है।बृहस्पतिवार को वीएमएस बिल्टेक्स का बकाया वसूली के लिए फ्लैट सील करा दिया गया है। इसकी नीलामी कर जिला प्रशासन बकाया पैसा वसूल करेगा।