पत्रकारिता में अपना वजूद खो चुके संपादक और पत्रकार समाज में सम्मान की तलाश में बन रहे विभिन्न संगठनों के मीडिया प्रभारी।
गौतमबुद्ध नगर (संजय भाटी)। अपनी सोच/अज्ञानता और अंधे लालच के चलते पत्रकारिता में अपना वजूद खो चुके संपादक और पत्रकार समाज में सम्मान की तलाश कर रहे हैं। बेचारे अपनी गिरती हुई स्थिति को सुधारने के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। वैसे भी बहुत से संपादकों को तो संपादक पद की गरिमा के साथ साथ सही और गलत का भी पता ही नही है। जिसके चलते वे कुछ भी कर बैठते हैं। वैसे तो नोएडा में पत्रकारिता से जुड़े लोग के अजीबोगरीब कारनामें देखने को मिलते ही रहते हैं।

लेकिन अब एक नया मामला सामने आया है। जिसमें एक संपादक केवल हाईवे पर लगने वाले टोल को बचाने के लिए न केवल एक किसान संगठन से जुड़ा। बल्कि किसान संगठन का राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी भी बन गया है।
