पंडित शीतला प्रसाद पाण्डेय राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वजन सनातन पार्टी की मोहन भागवत व सरकारी व्यवस्था पर लगाए यह आरोप।
वाराणासी। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जी के इस बयान की घोर निन्दा करता हूं जिसमे उन्होंने हिन्दू धर्म ग्रंथों की समीक्षा और पहले से ग्रन्थ नहीं थे उसमें मनगढ़ंत बाते जोड़ी गई हैं कहा गया है।

वास्तव में यह आरएसएस और भाजपा का असली चेहरा है। इन्हे सनातन से कोई लेना देना नहीं है। वोट की राजनीति में आरएसएस और उसके मुखिया ब्राह्मण समाज व सनातन धर्म पर प्रहार करना अपना कर्तव्य समझते हैं। संविधान में सौ सवा सौ से अधिक संशोधन हो चुके हैं उसके समीक्षा की बात नहीं कर पा रहे हैं।
अब सर्वजन सनातन पार्टी सनातन पर कुठाराघात नहीं होने देगी। बहुत जल्द काशी में ब्राह्मण समाज के बुद्धजीवियों, शंकराचार्य और मठ मंदिर के महंतो, सनातनी धर्माचार्यों से सम्पर्क कर एक बैठक का आयोजन करके विरोध दर्ज कराया जायेगा।
