सपा महासचिव। रामगोपाल यादव के बयान से प्रयागराज हत्याकांड को लेकर गरमाई यूपी की राजनीति में भूचाल ला दिया है। रामगोपाल यादव ने दावा किया कि अतीक अहमद के एक बेटे का एनकाउंटर किया जाएगा। इससे पहले तक सपा ने यूपी पुलिस द्वारा प्रयागराज केस में चुप्पी साधे रखी थी।
प्रयागराज हत्याकांड में यूपी पुलिस अब तक दो बदमाशों को मुठभेड़ में मार गिरा चुकी है। इसमें एक उमेश पाल के हत्याकांड वाले दिन हमलावरों की क्रेटा कार चलाने वाला अरबाज था। दूसरा, विजय उर्फ उस्मान था, जिसने अधिवक्ता उमेश पाल पर पहली गोली चलाई थी।
शुरुवात हुई एकजुटता की सवर्ण शेरों का नमन, विज्ञापन द्वारा रत्नेश पाण्डेय।
इससे पहले तक उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद समेत तमाम अपराधियों को पालने पोसने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीधे अखिलेश यादव पर हमला बोला था। जबकि अखिलेश ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कानून- व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे।
लेकिन पुलिस मुठभेड़ को लेकर समाजवादी पार्टी ने अभी तक चुप्पी साधे रखी थी। लेकिन कल रामगोपाल यादव के ताजा बयान से खलबली मचना तय है। पूरे संकेत हैं कि बीजेपी इसे अपराधियों, गुंडों से सपा की हमदर्दी से जोड़ेगी।
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बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि असल आरोपी तो सलाखों के पीछे हैं, जो शूटर हैं, वो निश्चित तौर पर कानून के हवाले किए जाएंगे। अगर कोई पुलिस पर गोली चलाएगा तो पुलिस जवाब देगी। गोली का जवाब गोली से दिया जाएगा।
त्रिपाठी ने कहा ये समाजवादी पार्टी की सरकार नहीं है, जहां पुलिसकर्मियों के हाथ बांध दिए जाते थे। जैसा शहीद पुलिस अफसर जियाउल हक के संदर्भ में हुआ था। जैसा मनोज मिश्रा के संदर्भ में हुआ था। कोई पुलिसकर्मी पर गोली चलाएगा तो गोली का जवाब गोली से ही मिलेगा।
रामगोपाल यादव को पीड़ा जरूर हो रही है, जो स्वाभाविक है। जिनको उन्होंने पाल पोसकर बड़ा किया था, उन्हें पीड़ा तो होगी ही। लेकिन जिन माफियाओं को मिट्टी में मिला देने की बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही थी, उसे पूरा किया जाएगा। पुलिस पर कोई दबाव नहीं है, दबाव समाजवादी पार्टी पर है।