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हाल ही में बदलापुर प्रभारी निरक्षक द्वारा तैयारी कर रही नम्रता सिंह की समेकित अनुश्रवण प्राणाली पर दर्ज शिकायत पर लगाई गयी रिपोर्ट हास्यास्पद, गवाह सीधे मुकरे कोई गवाही नहीं दिये बोले।

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उत्तर प्रदेश। महाराष्ट्र सरकार से सेवानिवृत कर्मचारी सत्यनारायण सिंह कम पुत्री नम्रता सिंह की एक शिकायत जो कि समेकित अनुश्रवण प्रणाली पर एक शिकायत दर्ज करवाई गयी थी जिसका विषय शौचालय यह ताला तोड़कर अनुपस्तिथि पर कब्ज़ा वापस दिलाने के लिए था।



आखिरी सच को शिकायत कर्ता नें हमारी व्हाट्ससप्प हेेल्पलाइन पर बताया कि उन्हे गाँव के लोगों से पता चला था कि शौचालय का ताला तोड़कर अविनाश सिंह द्वारा उसे इस्तेमाल किया जा रहा है।



ऐसा अपराध अविनाश सिंह अनीश सिंह के सहयोग से ही कर रहा। बता दे कि अनीश सिंह हमेशा से ही नम्रता सिंह को परेशान करते आये है, क्योंकि वह अपने पापा सत्यनारायण सिंह का सहयोग करती आई है। यहाँ तक की जान लेवा हमला से लेके छेड़खानी व उसके चरित्र पर लांछन लगाते आये है। जिनका उनके पास झूठे वादों व गवाहों के अलावा कोई पुख्ता सबूत नही।

दो वर्षों से पैतृक सम्पत्ति के लिये जद्दोजहद कर रहे सेवानिवृत्त सत्यनारायण सिंह, बदलापुर व जौनपुर के जिम्मेदार लगा रहे IGRS पर फर्जी आख्या।

हाल ही में समेकित अनुश्रवण प्राणाली पर दर्ज शिकायत संख्या में 40019423006052 प्रभारी निरक्षक बदलापुर द्वारा दो गावाहों के आधार पर बताया है कि शौचालय पर आवेदिका के कब्जे में होने की ज़िक्र कर रहे।



जबकि उक्त गवाह संख्या 1 नें नम्रता सिंह से बातचीत के दौरान किसी भी प्रकार की गवाही देनें य शौचालय के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी से इंकार किया है।


इस कैलेंडर को गाजीपुर व बलिया मे वितरण करवानें के लिए ऊर्जावान युवकों/ युवतियों की आवश्यकता है। कैलेंडर पर वर्णित नंबर पर सम्पर्क, पारिश्रमिक चार अंकों में। यदि बात सही लगे तो डाक्टर साहब को एक फोन कर संवाद करें।
इस कैलेंडर को गाजीपुर व बलिया मे वितरण करवानें के लिए ऊर्जावान युवकों/ युवतियों की आवश्यकता है। कैलेंडर पर वर्णित नंबर पर सम्पर्क, पारिश्रमिक चार अंकों में। यदि बात सही लगे तो डाक्टर साहब को एक फोन कर संवाद करें।

प्रभारी निरक्षक द्वारा जिन गवाहों के ज़िक्र किया उनसे संपर्क करने पर दोनो गवाहों ऐसी गवाही देने पर नकार दिया गया। वही शिकायत कर्ता नेें कहा कि हम चाहते है कि पुलिस अधीक्षक महोदय अपनी टीम भेजकर  वह सुनिश्चित करे कि उस शौचालय पर ताला लगा गए व ताले की चाबी नम्रता सिंह इस य उनके परिजनों के पास हो।

तीन सालों से पत्राचार लेकिन न्याय के लिए शरीफ परिवार को है अब भी इंतजार, विरोधियों ने कर लिया शौचालय पर ताला तोड़कर कब्जा।

बात केवल एक शौचालय की नही है । यदि नम्रता सिंंह अपनें पैतृक घर रहने जाती हैं और शौचालय इस्तेमाल करने जाने पर कोई विवाद होता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?



नम्रता सिंह से कई बार बदसलूकी व मारपीट की गई है जिसमे अनीश सिंंह, अमित सिंह व शेषनारायण सिंह मोनी सिंह व अविनाश सिंह भी शामिल हैै जिसके सबूत तक पूर्व में नम्रता सिंह पेश कर चुकी है।


शुरुवात हुई एकजुटता की सवर्ण शेरों का नमन, विज्ञापन द्वारा रत्नेश पाण्डेय।
शुरुवात हुई एकजुटता की सवर्ण शेरों का नमन, विज्ञापन द्वारा रत्नेश पाण्डेय।

नम्रता सिंह की बड़ी मां मालती सिंह उसके चरित्र पर लांछन लगाते हुए igrs डाल चुकी है जिसे अनीष सिंह के नंबर aur email id से register किया गया है। मोनी सिंह जो स्वयं को गरीब व असहाय बताती है वह अपने सोने की बाली चुराने का आरोप लगाती आयी है।

रिटायर ए श्रेणी कर्मचारी के परिवार पर भारी एसपी हमीरपुर की बुआ का परिवार, क्षत्रिय बनाम क्षत्रिय, शरीफ का जीना हुआ दुश्वार।

अब बात ये है कि itne साल से जिसका मुम्बई में कोई criminal record नही वह wo जो कि हमेशा से top की student रहती आयी है।

अचानक से वह उदपुर गेलहवा पहुचते ही चरित्रहीन व गुनाहगार कैसे बन गयी। ऐसा कैसे हो सकता है कि दो साल उद्पुर गेलहवा में बिताने पर ek भी ऑडियो व video विपक्षी नम्रता के खिलाफ नही पेश कर पाया सिवाए झूठे गवाहों के।


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