प्रतापगढ़। प्रसिद्ध पांडव ग्रंथ भयहरण नाथ धाम के संस्थापक कोषाध्यक्ष व पंच परमेश्वर ग्रामीण पुस्तकालय के संस्थापक व्योबृद्ध पंडित हरि प्रसाद शुक्ल जी का आज निधन हो गया। सुबह सूचना मिलते ही धाम व कटरा गुलाब सिंह नगर पंचायत के क्षेत्र व समाज में शोक की लहर दौड़ पड़ी। स्मृति शेष हरि प्रसाद जी की अंतिम क्रिया श्री श्रृंगवेरपुर धाम प्रयाग दी गई।
श्री शुक्ल मूल रूप से कटरा गुलाब सिंह नगर पंचायत के छतौना ग्राम के मूल निवासी हैं। संप्रति वह ग्राम विकास विभाग में अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी सेवा दे रहे थे। छुट्टी पाने के बाद से शुक्ल जी ने 1998 से सामाजिक चिंतक श्री चंद्र प्राण की प्रेरणा व मार्गदर्शन में अपनी सेवाये भयहरण नाथ धाम को समर्पित किया। 2001 में धाम के इतिहास संकलन समिति के अध्यक्ष के रूप में अपनी विशिष्ट भूमिका निभाई। धाम की आरती व की चालीस भी आपने रचना की। धाम के प्रतिबद्ध व बकुलाही पुनरोधार अभियान के कमिशनर सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि श्री शुक्ल ने जीवन पर्यंत धाम की सेवा के लिए स्वयं को समर्पित किया जिसका समाज लगातार कर्ज बना रहेगा और उनकी याद अचूण बनी रहेगी।
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श्रृंगवेरपुर धाम प्रयाग मे पुण्य आत्मा को श्रधांजली दें वालो मे प्रमुख रूप से भयहरण नाथ धाम के अध्यक्ष राज कुमार शुक्ल, उपाध्यक्ष संगठन डा अमर बहादुर सिंह, अवेक समाजर, सचिव आलोक बैरागी, अनुसूचित संत के अंश के अंश श्री कृष्ण त्रिपाठी, श्री श्रृंगवेरपुर धाम प्रयाग के सन्युक्त सचिव द्विवेदी, पंडा समाज के अध्यक्ष काली सहाय त्रिपाठी, युवा नेता सूरज मिश्र, राकेश सिंह, पीयूष शुक्ल आदि लोग शामिल रहे।