चंदा साहू घाघरपुर पृथ्वीपुर जौनपुर के मूल निवासी हैं और उसका दुकान करौदी बाजार में सुजीत स्वीट हाउस के नाम से स्थित है। चंदा साहू ने एक नई बाइक किस्त पर लिया था जो की आर्थिक परेशानी की वजह से किस्त न चुकता कर पाने की वजह से वर्ष 2021 में अपनी नई बाइक अरविंद मिश्रा पुत्र आशाराम मिश्रा घाघरपुर पृथ्वीपुर जौनपुर को 10000 रूपये लेकर और किस्त अरविंद मिश्रा को देने को बोल कर बाइक अरविंद मिश्रा को बेच दिया और लगभग 18 से ज्यादा किस्त अरविंद मिश्रा ने दिया था फिर चंदा साहू ने अपनी बाइक जून 2022 में अरविंद मिश्रा से ले लिया ये बोलकर की अब तुम दिल्ली में रहते हो कुछ हुआ बाइक में प्रॉब्लम होगा तो मुझे दिक्कत होगा।
अरविंद मिश्रा ने बाइक चंदा साहू को दे दिया और 30000 रूपये में लेन देन तय हुआ की अरविंद मिश्रा को चंदा साहू 30000 रूपये देकर अपनी बाइक ले लेंगे। पर चंदा साहू अपनी आर्थिक स्थिति कर रोना रोने लगा और 25000 रूपये ही दिया ये बोलकर की मैं कुछ महीनो में बाकी के भी पैसे दे दुगा।
चंदा साहू धूर्तबाजी पर उतर आया और अरविंद मिश्रा से बहाने करने लगा पैसा नही दिया और उससे पहले भी चंदा साहू ने अरविंद मिश्रा से 15000 रुपए लिए थे अपनी बोलेरो का किस्त भरने के लिए लिया था वो भी नही दिया। बस बहाने बनाने लगा और अरविंद मिश्रा के यूपी में न रहने का फायदा उठाया और अरविंद मिश्रा के चरित्र पर भी टिप्पणी करता था!
जब अरविंद मिश्रा वापस आए तो अपने निवास स्थान पर तो अपने पैसे मागने गए तो बीच चौराहे पर अरविंद मिश्रा के चरित्र पर अभद्र टिप्पणी किया और सीधे सीधे पैसे देने से मना कर दिया अरविंद मिश्रा और उनकी पत्नी अर्चना मिश्रा का बीच चौराहे पर उनके चरित्र पर अभद्र टिप्पणी करके उन दोनों को अपमानित किया।
अरविन्द मिश्रा और अर्चना मिश्रा एक पत्रकार है। और चंदा साहू के आपत्तिजनक टिप्पणी से दोनो के मान सम्मान पर हानि पहुंचा है!