घनश्याम मिश्र उर्फ भोला हत्या काण्ड, भ्रष्टाचार एवं प्रशासनिक चूक का नतीजा, पीड़ित परिवार ने लगाई गुहार, चश्मदीद को खतरा
विजयपुर (गोपालगंज)। बिहार राज्य के गोपालगंज जिला अंतर्गत विजयपुर थाना के अधीन गत दिनों कुर्थियां गांव में कानून प्रिय सौम्य स्वभाव के धनी समाजसेवी घनश्याम मिश्र उर्फ भोला मिश्र को असामाजिक तत्वों ने हमला बोलकर दिनदहाड़े हत्या कर उनके बड़े भाई जन्मेजय मिश्र उर्फ मंटू को मारपीट कर बुरी तरह घायल कर दिया, जिनका उपचार गोपालगंज जिला सदर अस्पताल में कराया गया। पीड़ित परिवार की माने तो घनश्याम मिश्र उर्फ भोला की हत्या भ्रष्टाचार एवं प्रशासनिक चूक का नतीजा है। एक ओर जहां पीड़ित परिवार ने न्यायिक की गुहार लगाई है वही दूसरी ओर घनश्याम मिर्च उर्फ भोला हत्याकांड के मुख्य चश्मदीद गवाह सुधीर कुमार श्रीवास्तव पिता स्वर्गीय नर्वदेश्वर श्रीवास्तव साकिन- मठिया लाला थाना -विजयपुर जिला -गोपालगंज को अभियुक्तों के हवाले घनश्याम मिश्र के जैसा हंश्र कर ठिकाने लगाने की निरंतर धमकी दी जा रही है जिसके कारण उक्त घटना के मुख्य चश्मदीद गवाह सुधीर कुमार श्रीवास्तव के जान को निरंतर खतरा बढ़ता जा रहा है।
भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो यदि समय रहते सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया तो पुनः अनहोनी घटना की प्रबल संभावना बनी हुई है।
बताया जाता है कि मौजा छठियाव अंचल- विजयपुर थाना नंबर खाता नंबर -40 खेसरा नंबर -18 रकबा -7 बीघा- 7 कट्ठा -7 धूर हथुआ राज से स्वर्गीय राम लगन मिश्र साकिन कुर्थियां को प्राप्त हुआ है, जिसकी जमाबंदी अंचल कार्यालय विजयपुर जिला गोपालगंज द्वारा खोलकर लगान निर्धारण किए जाने की पुष्टि अंचल कार्यालय विजयपुर द्वारा जारी नकल संख्या 51 लगान निर्धारण अभिलेख संख्या -6 वर्ष 2007-8 दिनांक 1-6 -23 से स्वत: स्पष्ट हो जाता है कि घनश्याम मिश्र उर्फ भोला मिश्र दिनांक 25- 6-23 को अपने खेत की मेड बंदी करा रहे थे तो अचानक करीब 12:00 बजे दिन में हमलाबार लाठी,भाले एवं हथियार से लैश होकर हमला बोला और घटनास्थल पर घनश्याम मिश्र की हत्या कर दी गई और उनके भाई जन्मेजय मिश्र उर्फ मंटू को अधमरा कर दिया गया गौरतलब है कि मौके वारदात पर अन्य गवाहों के साथ मुख्य गवाह सुधीर कुमार श्रीवास्तव अपनी जमीन मौजा- छठियाव जमाबंदी संख्या -79 तौजी सं- 3296 खाता सं -40 रकवा-1 एकड़ 4 डिसमिल पर गए थे । इनकी जमीन को बिहार भूदान यज्ञ कमिटी गोपालगंज द्वारा इनके पूर्वज प्रसादी लाल श्रीवास्तव के नाम आवंटित है।
ध्यान देने योग्य बात है कि इसी प्लांट में एक एकड़ चार डिसमिल जलाशय के नाम दर्ज जो मत्स्य सहयोग समिति लिमिटेड विजयपुर जिला गोपालगंज के तहत आता है। नियमनुसार जलाशय के अंतर्गत मत्स्य पालन समिति के सदस्यों द्वारा किया जाना है। मत्स्य सहयोग समिति लिमिटेड में मल्लाह,सहनी, नोनिया आदि ऐसी जातियों को सामिल किया जाना है जो इस ब्यवसाय से जुड़े हैं।ऐसी परिस्थिति में हमलावर न तो मत्स्य सहयोग समिति लिमिटेड के सदस्य हैं और न मत्स्य पालन उनका ब्यवसाय है। इतना ही नहीं हमलावरों की वहां कोई जमीन है और न घटना स्थल पर जाने कोई औचित्य है।
आश्चर्यजनक तथ्य है कि पुलिस अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के बजाय राजनीतिक दबाव में आकर उनके बचाव में काउंटर एफ आई आर दर्ज कर मृतक को भी अभियुक्त करार दिया है। जिससे इंशाफ का गला घोंटा गया है और इंनशानियत शर्मशार हुई है,जिससे सुशासन की पोल स्वत: खुल गई है ।सच में कहें तो जंगलराज पार्ट (2 )की वापसी बिहार राज्य में हो चुकी है ।अपराधी बेलगाम है भ्रष्टाचार एवं राजनीतिक दबाव के चलते आवाम न्याय से वंचित हैं। सत्य कहा गया है कि –
शीशे की अदालत है, पत्थर की गवाही है।
क़ातिल ही लुटेरा है,कातिल ही सिपाही है।।
ऐ सफेद चादर पर इतराने वाले लोगों,
ऐ न भूलो ये तुम्हारे गुनाहों की कमाई है।।
लोक अधिकार मंच विजयपुर के अध्यक्ष दीपक कुमार मिश्र ने पीड़ित परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराकर उनको सरकार की ओर से ₹5000000 पचास लाख रुपए आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है वहीं अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा गोपालगंज की ओर से जिला अध्यक्ष पंडित राजेंद्र पांडे ने पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने , पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने तथा ₹5000000 पचास लाख रुपए आर्थिक सहयोग देने की मांग की है।
सिवान जिला के पूर्व विधान परिषद सदस्य टुन्ना जी पांडे ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान करने एवं हत्याकांड के नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार करने की मांग कर ,पीड़ित पक्ष के विरुद्ध विजयपुर थाना कांड संख्या- 168 काउंटर एफ आई आर दर्ज किए जाने की निंदा कर कहा कि इससे राजनीतिक दबाव में अपराधियों को बचाने की साजिश का खुलाशा हुआ है।
श्री पांडे ने सरकार को चेताया है कि यदि पीड़ित परिवार के विरुद्ध दर्ज काउंटर एफआईआर वापस नहीं लिया गया तो इस मामले को लेकर जन आंदोलन कर लोकतांत्रिक तरीके से सरकार का चक्का जाम किया जाएगा।
पूर्व सांसद काली प्रसाद पांडे ने घनश्याम मिश्र उर्फ भोला हत्याकांड की कड़े शब्दों में निंदा कर पीड़ित परिवार को न्याय एवं सुरक्षा दिलाए जाने की मांग की है।
जिला कांग्रेस (इ) अध्यक्ष ओमप्रकाश गर्ग एवं जिला कांग्रेस (इ) किसान सेल के पूर्व अध्यक्ष विनोद कुमार तिवारी ने घनश्याम मिश्र उर्फ भोला मिश्रा हत्याकांड का मुख्य कारण स्थानीय प्रशासन की विफलता करार दिया है। नेता द्वय ने कहा कि जब मृतक ने घटना की पूर्व सूचना पुलिस सहित आला अधिकारियों को दे दी थी तो इसके बाद घटना को अंजाम दिया जाना प्रशासन की चूक माना जाएगा।
पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी ने घनश्याम मिश्र उर्फ भोला मिश्र के हत्या पर रोष जताते हुए इसे प्रशासन की विफलता करा दिया है।
सर्व युवा शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्थानीय ग्राम अघैला निवासी सत्य प्रकाश मिश्र ने घनश्याम मिश्र उर्फ भोला मिश्र हत्या काण्ड का पूपेण जवाबदेह स्थानीय प्रशासन को ठहराया है।
श्री मिश्र ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने एवं आर्थिक सहयोग करने की सरकार से मांग की है।
सभी लोग परिवार को सहयोग करें।