ओमप्रकाश राजभर नें किया यथार्थपरक राजनीति का सूत्रपात, समस्त विपक्षी दलों में मची हलचल।
उत्तर प्रदेश। बागी बलिया की धरती सदैव व्यवस्था व सत्ता की कमियों के विरोध में बगावत करती आयी है, वह चाहे मुग़ल काल रहा हो य ब्रिटिश उपनिवेश का शासनकाल रहा हो हर बार बागी बलिया नें राजनैतिक सुचिता व सामाजिक समरसता के लिए बगावत का काम किया है। ऐसा ही नवीन बगावत का सूत्रपात बागी बलिया की पैतृक विरासत को संजोये सुभासपा ( सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी) प्रमुख नें एट्रोसिटी एक्ट के विरोध में एक जायज बयान दिया है, जिसके कारण उनके समस्त पूर्व सहायोगियों यथा बसपा, सपा व भाजपा की नींद उड़ गयी है।
सच्चे नेता ऐसे होते हैं, जो समाज में फैले 75 वर्षो की गंदगी रूपी कानून का विरोध कर रहे हैं। pic.twitter.com/QvXp1XtS36
— Kumar Harendra ( भूमिहार-ब्राह्मण ) (@KumarHa98707098) August 21, 2023
वैसे ड्राइवर की दुनिया से अपने जीवन की शुरुवात करने वाले ओमप्रकाश राजभर नें सरकार तक को ड्राइव करते हुए उत्तर प्रदेश के किंग मेकर तक का सफर तय किया है। समाज की राजनैतिक सामाजक ताने बाने की दुखती रग को ससमय पकड़ना कोई ओमप्रकाश राजभर साहब से सीखे, जबकि एक्ट्रॉसिटी एक्ट जो कि गैर दलित समुदाय यथा सामान्य, पिछड़ी व अल्पसंख्यक जातियों के लिए मौत के पैगाम से कम नही है, जिसे बम का रूप वर्तमान देश के तथाकथित चौकीदार, प्रधान सेवक नें बम बनाकर परोसा, जिसके विरोध में बोलने की हिम्मत कोई भी विरोधी राजनैतिक पार्टी य नेता नही जुटा पाया व इस सामयिक बम से कितने गैर दलित काल के गाल में समा गये। लेकिन समस्त राजनेता व उनके दल दलित वोट बैंक के लालच मे इसका विरोध करने का साहस नही जुटा पाए, ऐसे समय में सुभासपा प्रमुख की यह आवाज समाज को सोचने पर विवश करती है।
सवर्णों और पिछड़ों द्वारा किया जा रहा एससी-एसटी एक्ट का विरोध सही है। इसके तहत बेगुनाह लोगों को फंसाया जाता है।@AmitShah @BJP4UP @narendramodi @myogiadityanath @bjp @ArunrajbharSbsp @arvindrajbhar07 pic.twitter.com/WglHVst0x3
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) September 10, 2018