GA4

मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले सत्ता के साथी छोड़ रहे शिवराज मामा का साथ, भाजपा में मची अंदुरूनी कलह।

Spread the love

मध्यप्रदेश। विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी को झटके पर झटका मिल रहा है। बीजेपी का कोई दांव सही नहीं पड़ रहा है। बीजेपी ने कांग्रेस की सरकार को अपदस्थ करके विधायकों को इधर से उधर री शेटेल करवाकर, ज्योतिरादित्य सिंधिया के कंधे पर बंदूक रखकर कांग्रेस की सरकार गिराकर अपनी सरकार तो बना ली, लेकिन सरकार को चलाना कैसे है ये शायद बीजेपी समझ नहीं पा रही है।

बीजेपी के भीतर असंतोष है और शायद ज्योतिरादित्य सिंधिया जिनको बीजेपी बड़े अरमान के साथ पार्टी में लेकर आई थी, उनकी वजह से कई और विधायक और मंत्री पार्टी से इस्तीफा देकर अब कांग्रेस की तरफ बढ़ चले हैं।

कांग्रेस की तरफ जाने वाले बीजेपी के विधायकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। तो क्या मध्यप्रदेश में अब कर्नाटक का इतिहास दोहराया जाएगा? कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले जो बीजेपी की भगदड़ थी वही अब मध्यप्रदेश में देखने को मिलेगी और नतीजे क्या उसी तरह से होंगे कि बीजेपी सत्ता से बाहर होगी और मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार होगी। क्योंकि जिस नेता को लेकर बीजेपी इतनी आश्वस्त थी कि कांग्रेस धराशायी हो जाएगी, कांग्रेस का नामोनिशान खत्म हो जाएगा, वो ज्योतिरादित्य सिंधिया वजह बन रहे हैं।

बीजेपी से विधायकों की बगावत का बोल तो हिंदुस्तान भर में हवा के साथ फिर साक्षा करेंगे। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के कोलारस विधानसभा से बीजेपी के विधायक वीरेंद्र अग्निवंशी ने पार्टी से इस्तीफा दिया। इस्तीफे में उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी में उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। तो वहीं सिंधिया के करीबी भी बीजेपी धीरे धीरे छोड़ रहे हैं।

आज पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत, गुड्डू राजा बुंदेला, विधायक वीरेंद्र रघुवंशी कांग्रेस में शामिल हो गए। बीजेपी से इस्तीफा देने के बाद विधायक वीरेंद्र रघुवंशी आज कांग्रेस में शामिल हो गए। मालवा निमाड़ के बड़े नेता भंवर सिंह शेखावत भी कांग्रेस से जुड़े।

कौन हैं गुड्डू राजा?

गुड्डू राजा की बात करें तो बुंदेलखंड की राजनीति में उनके परिवार का अच्छा खासा दबदबा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बसपा छोड़कर आज भोपाल में 1100 गाड़ियों के काफिले के साथ आए गुड्डू राजा बुंदेला 5,000 समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हुए। मिली जानकारी के अनुसार, गुड्डू राजा को कांग्रेस पार्टी सागर जिले की खुरई विधानसभा में मैदान में उतार सकती है। जहां पर सीएम शिवराज के खास और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह को चुनौती दे सकते हैं। गौरतलब है कि खुरई को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है। ऐसे में हो सकता है कि कांग्रेस कुछ अलग करते हुए इस बार ललितपुर के गुड्डू राजा को खुरई में टिकट दे सकती है।

बुंदेलखण्ड के बड़े राजनीतिक परिवार से आने वाले गुड्डु राजा बुंदेला, आज कई गाड़ियों के काफिले के साथ कांग्रेस पार्टी में प्रवेश किया। उनके गाड़ियों के काफिला समझा जा सकता है कि क्षेत्र में उनका कितना ज्यादा राजनीतिक प्रभाव है। गुड्डु राजा बुंदेला समृद्ध राजनीतिक विरासत वाले परिवार से आते हैं, गुड्डु बुंदेला के पिता सांसद थे। गुड्डु राजा पहले उत्तर प्रदेश की ललितपुर की राजनीति में सक्रिय थे, वहीं अब वह बसपा से कांग्रेस में आकर मध्य प्रदेश की राजनीति में कदम रख चुके हैं।

वहीं अंशु रघुवंशी ने अपने इस्तीफे में गंभीर आरोप लगाए है, उन्होंने पत्र में लिखा जिस उद्देश्य के साथ हम कार्य कर रहे थे वह पूर्ण नहीं हो रहा है और मूल कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है व भ्रष्टाचार की चरम सीमा पर है। हम अपने ही कार्यकर्ताओं के कार्य नहीं करवा पा रहे हैं, जब हम अपने ही कार्यकर्ताओं का काम नहीं करा पा रहे है तो ऐसी पार्टी में रहने का कोई उद्देश बिलकुल भी नहीं रह जाता है। अंशु ने गुना के प्रभारी मंत्री प्रघुमन सिंह पर भी दबंगई और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है, बता दें कि अंशु ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुई थी।

मची खलबली

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव  से पहले बीजेपी में खलबली मच गई है। मध्यप्रदेश में बीजेपी को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे है, अंशु से पहले शुक्रवार को कोलारस से बीजेपी विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपना इस्तीफा जिला अध्यक्ष को भेज दिया था। इसके साथ ही अपने पत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों पर गंभीर आरोप लगाए थे। विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने कहा था कि मैं अपनी पीड़ा मुख्यमंत्री को बता चुका हैं। नए भाजपाइयों से पुराने लोग त्रस्त हैं। हमारी कोई सुनवाई नहीं है। अब तक बीजेपी का बैजनाथ यादव, राकेश गुप्ता, रगहुराज धाकड़ सहित जितेंद्र जैन गौड़ साथ छोड़ चुके है।

Share
error: Content is protected !!